Short Moral Stories for Kids

Frog and Rabbit Story – Never Give Up | Animal Moral Stories | Short Moral Stories for Kids

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नमस्कार दोस्तों हमारी साइट पर आपका स्वागत है आज की Short Moral Stories for Kids कड़ी में हम आपके लिए एक शानदार कहानी लेकर आये है। इस Short Moral Stories for Kids कहानी में यह बताया गया है कि हमे जीवन में कभी भी हार नही माननी चाहिए। क्योकि अगर हम किसी काम को बार बार करते है तो उस काम मे सफलता मिलना निश्चित हो जाता है।

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तो मित्रों प्रस्तुत है आपके लिए जीवन की सिख देने वाली

Frog and Rabbit Story – Never Give Up  Short Moral Stories for Kids

मेंढक और खरगोश की कहानी – कभी हार मत मानो

Short Moral Stories for Kids

एक बार कुछ जंगली कुत्ते खरगोशों के झुंड का पीछा कर रहे थे। सभी खरगोश अपनी जान बचाने के लिए दौड़ पड़े। किसी तरह वे जंगली कुत्तों का शिकार होने से बच सके और एक सूखी झाड़ी के पीछे छिप गए।
भागदौड़ और जान गंवाने के डर से हर कोई थक गया था। जंगली कुत्तों के चले जाने के बाद खरगोशों ने राहत की सांस ली और जब उन्हें सामान्य लगा तो वे अपनी स्थिति पर चर्चा करने लगे।

एक खरगोश ने कहा, “दोस्तों! हमें क्या जीवन मिला है! हम कितने छोटे, तुच्छ, असहाय प्राणी हैं। हमारे पास न तो हिरण जैसे सींग हैं और न ही बिल्ली की तरह तेज पंजे।

अगर हम पर हमला होता है तो हमारे पास भागने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। परमेश्वर ने हमारे साथ न्याय करके बहुत बड़ा काम किया है। संसार की सारी विपत्तियां हम पर डाली जाती हैं।”

दूसरे खरगोश ने कहा, “तुम सच कह रहे हो दोस्त! जीवन पर हमेशा संकट रहता है। मैं इस तरह के भयानक जीवन से बहुत दुखी हूं और इसे खत्म करना चाहता हूं।”
दूसरे ने कहा, ‘मैं भी मरना चाहता हूं। मैं अभी जाकर तालाब में कूद जाऊँगा।”

खरगोश अब अपना जीवन समाप्त करने के लिए दृढ़ थे। उन्होंने तालाब में जाकर डूबने का मन बना लिया। सभी तालाब की ओर जाने लगे।
तालाब में बहुत से मेंढक रहते थे। सभी मेंढक आराम कर रहे थे, तभी खरगोश तालाब के पास पहुँचा। जैसे ही मेंढकों ने खरगोश के तालाब की ओर आने की आवाज सुनी, वे सभी तालाब में कूद पड़े।
सभी खरगोश जो अपनी जान देने के लिए तालाब पर गए थे, उन्होंने यह देखा।

यह देखकर एक खरगोश बोला, “दोस्तों!! तुमने हमसे डरते हुए देखा, ये मेंढक पानी में कूद पड़े। इसका अर्थ समझें।

इसका मतलब है कि इस दुनिया में हमसे छोटे और छोटे जीव हैं। वे हमारा मुकाबला नहीं कर सकते, वे हमसे डरते हैं। लेकिन फिर भी वे अपना जीवन जी रहे हैं, तो हमें जीवन देने की क्या जरूरत है। हमें निराश नहीं होना चाहिए। जब वे जी सकते हैं, तो हम भी कर सकते हैं।”
सभी खरगोश समझ गए और प्राण त्यागने का विचार छोड़कर लौट गए।

कहानी से सीख :

विपत्ति में कई बार हमें लगता है कि दुनिया के सारे दुख हमें मिल गए हैं। लेकिन हकीकत यह है कि दुनिया में हमसे ज्यादा दुखी लोग हैं। उनकी तुलना करें, तो हम खुद को अच्छी स्थिति में पाएंगे। इसलिए जीवन से निराश हुए बिना हर विपरीत परिस्थिति का सामना करते हुए जीवन जीना चाहिए।

तो दोस्तों आज की हमारी Short Moral Stories for Kids आपको कैसी लगी हमें comment में जरूर बतायें। यह कहानी अपने दोस्तों के साथ share जरूर करें धन्यवाद।

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